ख़ास-ए -एहसास October 20, 2018 था वो मेरे लिए खास जब भी होता था वो पास कुछ तो अलग था उनका मिज़्ज़ाज़ जो दिलाता था अलग सा एहसास कुछ ऐसा था उनका अंदाज़ दिल को छू जाता था हर एक अल्फ़ाज़ जैसे रेगिस्तान में होता है मिराज सब आखों का धोखा था, ये महसूस हुआ आज ----निशांत कुमार Read more